हिंदुली बघेली लोकगीत
सुनु रे सामनमा रिमिक झिम बरसे, आई हो गई ना उहे राखी की बेरिया आई हो गई ना ।।| 1|| रहिया निहारत उड़े रे घुँघटवा, नहीं हो आये ना मोरे बीरन भइया, नहीं हो आये ना ।। 2|| रहिया निहारत दूरै रे कजरबा, नहीं हो आए ना मोरे बीरन भइया, नहीं हो आए ना ।। 3|| माया मोरी होती ता सुधि मोरी लेती, बिसरि गई ना मोरी भउजी का सुधिया, बिसरि गई ना ।। 4।। पाँच डोली पनमा पचीस रे सुपड़िया, लादे हो आमै ना मोरी बीरन भइया लादै, हो आमै ना।। 5 ।।