हिंदुली बघेली लोकगीत



घन अमरईया बिड़र होई जातिउ 
पै देखि लेतेव बाबुल कै महलिया हो ना
बाबू के महलिया त दिअना जलतु हैं 
पै जहाँ रे बिराजै भगवानौ हो ना ।। 1।। 
बाबुल के महलिया देखन नहीं पायौं 
पै घिरि आई कारी बदरिया हो ना ।। 2 ।। 
कारी बदरिया छिटकि चली जातिव 
पै देखि लेत्यौ बाबुल के महलिया हो ना ।। 3 ।।

Comments

Popular posts from this blog

बघेली बनरा गीत

बघेली लोकगीत सोहर दादरा

बघेली लोकगीत सोहर गीत