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बघेली लोकगीत सोहर दादरा

(बघेली लोकगीत सोहर दादरा) ले लूगी ले लूगी भाभी रानी के कगना – 2 कगना – कगना मत करो ननदी – 2 आने न दुगी मै अगना हो ननद रानी को अगना – 2 ले लूगी ले लूगी भाभी रानी के कगना – 2 आँगना – आँगना मत कर भाभी – 2 हमरो बबुल जी को आँगना हो   भाभी रानी के कगना -2 ले लूगी ले लूगी भाभी रानी के कगना – 2 आँगना – आँगना मत कर ननदी – 2 छूने न दुगी मै ललना हो ननद रानी को ललना – 2 ले लूगी ले लूगी ननद भाभी रानी के कगना – 2 ललना - ललना मत करो भाभी – 2 हमरो भाईया को ललना हो भाभी रानी को काँगना – 2   ले लूगी ले लूगी भाभी रानी के कगना – 2

बघेली लोकगीत सोहर गीत

  (बघेली लोकगीत सोहर गीत) ननदी फेर गई माला हामार पिया – 2 मागे मोहरी माला हामार पिया ननदी फेर गई माला हामार पिया – 2 गोदरेज कि आलमारी मागे – 2 ताला अली गढ़ वाला हामार पिया – 2 ननदी फेर गई माला हामार पिया मागे मोहरी माला हामार पिया गाले के लिए हरवा मागय – 2 झुमका बैरैली वाला हामार पिया ननदी फेर गई माला हामार पिया मागे मोहरी माला हामार पिया साडी बनारस वाली मगय – 2 लहगा जयपुर वाला हामार पिया – 2 ननदी फेर गई माला हामार पिया मागे मोहरी माला हामार पिया जब देखो तब नेगाय मागय – 2 देवय ननदी का ठेगा हामार पिया ननदी फेर गई माला हामार पिया मागे मोहरी माला हामार पिया

बघेली लोकगीत सोहर गीत

  (बघेली लोकगीत सोहर गीत) आँगने में ठाडी जेठानी देवरानी से अरज करै हो – 2 दुलहिन काब तोहरे आँगने में झलकै देखत नीक लगै हो झलकै पिया के पगड़िया तो हमरी चुनरिया हो – 2 जिजी झलकै ललना के लुटूरिया बहुत नीक लागै हो कहा पईऊ पिया के पगड़िया त अपनी चुनरिया हो – 2 दुलहिन कहा पाईउ ललना के लुटूरिया बहुत नीक लागै हो पिया लागे अपनी पगड़िया तो हमरी चुनरिया हो – 2 जीजी राम जी दिहले लुटूरिया बहुत नीक लागै हो एतनी वचन जेठी सुनतै देवरानी से अरज करै हो दुलहिन जबसे तू बेटवा होबाइउ गरव लागू वोलै हो – 2

बगेली सोहर गीत

( बगेली सोहर गीत) पान जैसी रहेन त पातर त फूल जैसी सुन्दर त फूल जैसी सुन्दर हो – 2 अब सुन्दर महल बीज ठाडी सोमै रे सुख निदिया – 2 सोई सुन्दर जब जागै त सेजिया निहारै त सेजिया निहारै हो अब अजू छैल घर नही सेजिया मोर सूनी – 2 जमरे ठाडी ननदिया विरह बोली बोलय हो भउजी भईया ता गे है माली बगिया मलिन संग विहसय मलिन संग विहसय हो एकुत सहिऊ तय पातर दुसर काली कोईली हो – 2 अब कौनन रस पिययिऊ छैल भिरु हाईउ छैल भिरु हाईउ हो पान फूल सेजिया बिछायेऊ अतर गमकाएउ अतर गमकाएउ हो – 2 अब अचला से पवन डोलायेउ छैल भिरु हाईउ छैल भिरु हाईउ हो