बघेली लोकगीत सोहर गीत
(बघेली लोकगीत सोहर गीत)
आँगने में ठाडी जेठानी देवरानी से अरज करै हो – 2
दुलहिन काब तोहरे आँगने में झलकै देखत नीक लगै हो
झलकै पिया के पगड़िया तो हमरी चुनरिया हो – 2
जिजी झलकै ललना के लुटूरिया बहुत नीक लागै हो
कहा पईऊ पिया के पगड़िया त अपनी चुनरिया हो – 2
दुलहिन कहा पाईउ ललना के लुटूरिया बहुत नीक लागै हो
पिया लागे अपनी पगड़िया तो हमरी चुनरिया हो – 2
जीजी राम जी दिहले लुटूरिया बहुत नीक लागै हो
एतनी वचन जेठी सुनतै देवरानी से अरज करै हो
दुलहिन जबसे तू बेटवा होबाइउ गरव लागू वोलै हो – 2
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