बघेली गैलहाई गीत

 


बघेली संस्कृत

                            (
बघेली गैलहाई)

आजू ब्याहन आइहै राम जनक लली सजी गई - 2

हर्दी उपटन देह लगाईन लगा लगा चन्दन घीस-घीस लेप

जनक लली सजी गई - 2

गोर पैजेब के लिहे करधनिया सोहय चुडवा मुदरी हार

जनक लली सजी गई - 2

आजू ब्याहन आइहै राम जनक लली सजी गई - 2

नाक नथुनिया कान झुमका गल सोहे नौ लखा हार

जनक लली सजी गई - 2

आजू ब्याहन आइहै राम जनक लली सजी गई - 2

लाल ओढनिया लाल लाल लहगा हरे चम - चम चमके लीलार

जनक लली सजी गई - 2

आजू ब्याहन आइहै राम जनक लली सजी गई – 2

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