बघेली सोहर गीत
चैइतै के तिथि नउमी, बाजन बहु बाजय, बाजन बहु बाजय हो
आबा प्रगटे हैं दीन दयाल, तिनहु कुल जाहिर, तिनहु कुल जाहिर हो । ।1 ।।
सुन्दर चइत महिनमा, न बहे रे पवनमा, न बहे रे पवनमा हो
आबा नौमी तिथि मधुमास, रमइया जनम लीन्हिन, रमइया जनम लीन्हिन हो।।2।।
केखेन जन्में हैं राम, केखेन जन्मे लक्षिमन, केखेन जन्मे लक्षिमन हो
आबा केखेन भरत भुआल, तीनव कुल जाहिर, तीनव कुल जाहिर हो।।3।।
रानी कौशल्या के जन्में हैं राम, सुमित्रा के लक्षिमन, सुमित्रा के लक्षिमन हो आबा केकेई के भरत भुआल, तीनों रे कुल जाहिर, तीनों रे कुल जाहिर हो।।4।।
कउने घड़ी जन्में हैं राम, कउन घड़ी लक्षिमन, कउन घड़ी लक्षिमन हो आबा कउने घड़ी भरत भुआल, तीनों रे कुल जाहिर, तीनों रे कुल जाहिर हो। ।5।।
शुभ घड़ी जन्में हैं राम, शुभै घड़ी लक्ष्मण, शुभै घड़ी लक्ष्मण हो आबा शुभ घड़ी भरत भुआल, तीनों रे कुल जाहिर, तीनों रे कुल जाहिर हो। ।6।।
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