बघेली भजन
(बघेली भजन)
माघई मकर गयो आयी चला हो तिरबेनी नहाई
- 2
सारी उमर बीती माया में फसी के एक
महीना ओही तीरे पे बसी के
भोरई माँ डुबकी लगाई चला हो तिरबेनी
नहाई - 2
माघई मकर गयो आयी चला हो तिरबेनी नहाई
- 2
सारी उमर बीती माया में फसी के एक
महीना ओही तीरे पे बसी के - 2
माघई मकर गयो आयी चला हो तिरबेनी नहाई
- 2
निर्मल धारा निरखि सुख पाइबे मईया के
कीर्तन भजन हम गाइबे
जनम सफल हो जाई चला हो तिरबेनी नहाई -
2
निर्मल धारा निरखि सुख पाइबे मईया के
कीर्तन भजन हम गाइबे
जनम सफल हो जाई चला हो तिरबेनी नहाई -
2
माघई मकर गयो आयी चला हो तिरबेनी नहाई
- 2
बड़े बड़े साधु संत जहा आमय धुइनी रमाये
हरी गुन गमय
सबके दर्शन मिल जाई चला हो तिरबेनी
नहाई - 2
माघई मकर गयो आयी चला हो तिरबेनी नहाई –
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